हिंदी भाषा और साहित्य

हिंदी सशक्त और संपन्न भाषा है. दुनिया में यह सबसे अधिक बोली जाती है. एक अरब तीस करोड़ लोग इसे आज बोलते हैं. इसका साहित्य अति समृद्ध है. हिंदी अब विश्व की प्रमुख भाषा बन चुकी है. बोलने वालों की दृष्टि से आज यह पहले स्थान पर है. यह ब्लॉग हिंदी भाष और साहित्य को समर्पित है. इस पर भाषा और साहित्य की चर्चा निरंतर चलेगी...

बुधवार, 27 जनवरी 2021

राष्ट्रीय शिक्षा नीति का बदलता स्वरूप

प्रस्तुतकर्ता डॉ. सचिन गपाट पर 6:29 pm कोई टिप्पणी नहीं:
इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें! X पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करेंPinterest पर शेयर करें

ब्लॉग लेखन कौशल


 

प्रस्तुतकर्ता डॉ. सचिन गपाट पर 6:13 pm कोई टिप्पणी नहीं:
इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें! X पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करेंPinterest पर शेयर करें

जयशंकर प्रसाद जयंती समारोह


 

प्रस्तुतकर्ता डॉ. सचिन गपाट पर 6:12 pm कोई टिप्पणी नहीं:
इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें! X पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करेंPinterest पर शेयर करें
नई पोस्ट पुराने पोस्ट मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें संदेश (Atom)

विशिष्ट पोस्ट

कालजयी साहित्यकार - प्रेमचंद

ब्लॉग आर्काइव

  • ▼  2021 (3)
    • ▼  जनवरी (3)
      • राष्ट्रीय शिक्षा नीति का बदलता स्वरूप
      • ब्लॉग लेखन कौशल
      • जयशंकर प्रसाद जयंती समारोह
  • ►  2020 (2)
    • ►  सितंबर (1)
    • ►  फ़रवरी (1)
  • ►  2019 (2)
    • ►  नवंबर (1)
    • ►  मार्च (1)
  • ►  2018 (3)
    • ►  दिसंबर (1)
    • ►  जून (1)
    • ►  जनवरी (1)
  • ►  2017 (4)
    • ►  अक्टूबर (2)
    • ►  सितंबर (1)
    • ►  जुलाई (1)
  • ►  2016 (2)
    • ►  अक्टूबर (1)
    • ►  सितंबर (1)

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
डॉ. सचिन गपाट
सहायक आचार्य, हिंदी विभाग, मुंबई विश्वविद्यालय 400098.
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें

फ़ॉलोअर

लेखक . सरल थीम. luoman के थीम चित्र. Blogger द्वारा संचालित.